Monday, 26 June 2017

बस अब यही रह गया था- धिन्चक पूजा


धिन्चक पूजा का नाम किसने नहीं सुना होगा- उसने अपने बेसुरी आवाज़ से सुरों के ताल हिला दिए हैं| सारी म्यूजिक इंडस्ट्री उसे ऐसा करने के लिए कोस रही है| लोगों से पूजा, ओह!! माफ़ कीजिएगा, धिन्चक पूजा को रोस्ट करने का एक मौका नहीं छोड़ा| या कहों उसने छोड़ने नहीं दिया| एक से एक बेसुरे गाने के साथ पूजा इन्टरनेट पर छाई रही|

आपको जान कर दिमाग में हार्ट अटैक आ जायेगा की धिन्चक मैडम अपने नए गाने के साथ आई है नाम है- दिलों  का शूटर है मेरा स्कूटर ,ओर न जाने क्या बोल रही है**टर| मैडम का नया गाना सुने बिना तो आपको भी खाना नहीं पचेगा तो यहाँ आप देखें धिन्चक पूजा का नया छूटर वाला गाना|

कुछ भी कहो मैडम के कॉन्फिडेंस की तो दाद देनी पड़ेगी| यूट्यूब पर सारे कमेंट्स को छुपा कर धिन्चक पूजा किसी को भी भाव  नहीं देना चाहती|

अब नयी खबर यह है की जयपुर वालों से गरमी सही नहीं जा रही इसलिए उन्होंने ये कारनामा कर दिखाया| जी हाँ धिन्चक पूजा अपना लाइव कॉन्सर्ट करने के लिए जयपुर आ रही है वो भी ओन डिमांड| बेडा गर्क हो रे..जयपुर वालो... कमाल खां को बुला लेते कॉमेडी करने के लिए- इसे काहे बुलाये|
म्यूजिक इंडस्ट्री में लोगों को पता चलेगा तो जयपुर बॉयकट हो जाएगा

यकीं नहीं हो रहा ना....ये रहा सबूत साहेब .. हो गया यकीं ..?? अगर अब भी नहीं हुआ तो टिकट्स अवेलेबल हैं खरीदों और जाके थोड़े अंडे मार के आओ|
चेतावनी- डॉक्टर का नंबर और दवाइयां साथ रखें, प्रशासन वाले ध्यान रखें कि एम्बुलेंस भी आस पास ही रहे| कितनों के कान से खून निकलेगा ये तो मेदाम के गानों के बाद ही पता चलेगा |
पर जो भी हो मैडम धिन्चक पूजा आपको लाख-लाख बधाइयाँ कि लोग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने को तैयार हैं तो जाके  पत्ता साफ़ कर दो- आल दा बेस्ट तो बनता है जयपुर वालों के लिए| स्टे सेफ... रहे तो फिर मिलेंगे|

Wednesday, 14 June 2017

Khajuraho- Land of kamasutra Temple

भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहाँ संभोग को ध्यान और अध्यात्म से जोड़ा गया है | इसे साधना के रूप में भी देखा गया है| अगर अपनी पुरानी संस्कृति की बात की जाये तो कामसूत्र को ग्रन्थ के रूप में माना जाता है और शिव और पार्वती के लिंग की पूजा जगह-जगह होती है जिसे शिवलिंग के नाम से जाना जाता है| ऐसे ही बहुत सारे उदाहरण आपको पूर्व से पश्छिम और उत्तर से दखिन में देखने को मिलेंगे|



खजुराहो- एक ऐसी जगह जहाँ प्रेम के अथाह सागर बहते हैं| प्रेम मंदिरों की एक बड़ी सी श्रृखला पूर्व से पश्छिम तक बिखरी हुई है| मंदिरों का शहर खजुराहो पुरे विश्व में मुड़े हुए पत्थरों से निर्मित मंदिरो  के लिए प्रसिद्ध है |
खजुराहो को इसके अलंकृत मंदिरों की वजह से जाना जाता है  जो देश के सर्वोत्कृष्ठ मध्यकालीन स्मारक हैं| भारत के अलावा दुनियाभर के आगंतुक और पर्यटक प्रेम की अप्रतिम सौंदर्य के प्रतिक को देखने के लिए निरंतर आते हैं| 

ये मंदिर अपनी सुन्दर कलाकृतियों और कटे हुए पत्थरों से बने होने के कारण प्रसिद्ध है| बेहद ही खुबसूरत ये मंदिरों को वैज्ञानिक तरीके से बनाया गया है| जिसमें उर्जा का प्रभाव से लेकर सकारात्मक उर्जा और सूर्य प्रकाश को दिशा दी गयी है|  हर मंदिर के बीच में गर्व गृह है जहाँ उर्जा का सबसे ज्यादा प्रभाव रहता है|


कहा जाता है इन मंदिरों को बनवाने के पीछे एक कारण ये था कि उस वक़्त बड़ी संख्या में लोग अपना गृहस्त जीवन छोड़ कर साधू जीवन अपना रहे थे| इस हिसाब से चन्द्र वंश के राजा ने देख कि उनके राज्य की जनसंख्या में भरी गिरावट आ रही थी और घरों में सिर्फ औरतें ही रह गयी|



इसलिए उन्होंने लोगों को गृहस्त जीवन की ओर आकर्षित करने के लिए खजुराहों के जगलों में इन मंदिरों  का निर्माण करवाया जिसमें संभोग को जीवन के आनंद के रूप में दिखाया और संभोग की विभिन्न स्थितियों को दिखाया| जिसमे एक से अधिक लोगों के साथ संभोग को ज्यादा महत्वता डी गयी| जिससे उन जंगलों में भटकते हुए लोग इन मंदिरों पर बनी कलाकृतियों को देखें और उन से प्रभावित होकर गृहस्त जीवन की ओर वापस चलें आयें|


कहा जाता है इन मंदिरों को के बनने के बाद काफी संख्या में लोग अपने घरेलु जीवन में वापस आये| इन मंदिरों को कामसूत्र के मंदिर भी कहा जाता है| इसमें संभोग की सभी  अवस्थाओं को बखूवी दर्शाया गया है|




कलाकार ने जीते जागते इंसान को बनाया कार्टून

रोबर्ट देजेसुस एक कार्टूनिस्ट हैं| आप इन तस्वीरों को  देख कर चकित हो जायेंगे की कैसे इस कलाकार ने जीते जागते इंसानों को कार्टूनों मैं तब्दील कर दिया| 


जिस अदा के साथ ये मैडम बैठी है उससे भी ज्यादा मनोहर तरीके से बैठाया है इन भाईसाहब ने इन्हें इनके चित्र में| 

इस चित्र को देख कर तो लग रहा है मानो चित्र असली है और अलसी चित्र नकली है| 



अंग्रेजी मैं बोलते हैं ना- क्यूटनेस ओवर लोडेड- इसे देखकर मुह से यही निकल रहा है बस|

मैंने तो पिक्चर लेने की बात कही थी आपने तो मुझे कार्टून बना दिया, पर कुछ भी कहो ये एक पिक्चर से भी ज्यादा खुबसूरत है| 



रोबर्ट अपनी कला में बारीकियों से काम करते हैं| अब आप यहाँ देखेंगे की उनके चेहरे पर पड़ी परछाई को भी उन्होंने नहीं छोड़ा है|



ये हैं हैरी पोर्टर की बचपन की फोटो| जिसे हैरी खुद देख कर हैंरान है|

'स्माइल इस थे बेस्ट गिफ्ट एवर' . दोनों ही चित्रों में स्माइल को खूब सहेज कर रख है मदम ने और रोबर्ट ने|




उफ़!! तेरी अदा आई लाइक  द वे यु मूव|
जोनी जोनी, जोनी का दिल तुमने आया.... इन्हें देखकर यही याद आ रहा है| और कहो तो मेरा जूता है जापानी ये पतलून हिन्दुस्तानी|




सर थोडा गुस्से में हैं| आपके गुस्से को ही सही पर कार्टून में भी आप वैसे ही दिखेंगे|

रोबर्ट को इस काम के लिए सराहना मिलना तो बनता है| कैसे उन्होंने हर बारीकी को ध्यान में रखकर अपनी कला का प्रदर्शन किया है|



बोथ आर  लूकिंग क्यूट.... ऐसा लग रहा है मानो भालू को भी पोसे देना आता है और वह हँसा ही इसलिए है|

एंग्री कैट विथ कूल ढूढ...


आज रोबेर्ट और जनाब साथ बैठ कर फिश करी खायेंगे|



एलेगेंट लुक|
ऐसा लग रहा है मनो अपनी तस्वीर देख कर बिल्ली को रोबर्ट पर गुस्सा आ गया हो| कि मैं इससे ज्यादा खुबसूरत दिखती हूँ असल जिंदगी में|



रोबर्ट का काम यक़ीनन जान भरने वाला है|

एक पाइनएप्पल उठाने पर इतना खुश त???


सुपरहीरोज़ के बारे मैं क्या ख्याल है>??
क्या वो कार्टून नहीं होते..?? ये देखो भाईसाहब उड़ने
 लिए तैयार हैं|

Tuesday, 13 June 2017

Sumona Chakravarti Lifestyle, Net Worth, Salary, House, Cars, Awards, Education,Biography And Family



"द कपिल शर्मा शो" की मशहूर आर्टिस्ट सुमोना चक्रवर्ती उर्फ़ सरला गुलाटी को तो आप सभी जानते ही होने|
अब जानने वाली बात है की सुमोना का लाइफ स्टाइल कैसा और और क्यों उन्होंने अदाकारा के रूप में अपनी पहचान बनायीं|




वैसे देखा जाये तो सुमोना कपिल शर्मा शो में डॉ गुलाटी और कपिल की मंगेतर के रोले में दिखाई दी है| जिसमें कपिल कभी उनको घास नहीं डालते हैं और उनकी बेइज्जती करने का भी कोई मौका नहीं छोड़ते हैं| वही सुमोना भी कहीं कपिल का पीछा नहीं छोडती मनो उसे कपिल नाम  की घुट्टी पिला दी गयी हो| इसे कहतें है इरादों का पक्का होना और खुद पर भरोसा होना| अब देखना ये है कि कब सरला को अपने इरादों में कामयावी मिलती है|

यहीं अगर देखा जाये कि सुमोना की लाइफ कपिल शर्मा शो के अलावा कैसी है, उनकी एजुकेशन क्या रही है और उनके आलिशान जिंदगी के पीछे  राज जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें|

नन्ही कली


कली! दीदी ये नाम हमने बहुत सोच के रखा है अपनी बेटी का |है न खुबसूरत? इसका मतलब होता है फूल की बेटी और जो फूल निकलने से पहले उसका रूप होता है वो होती है कली| बड़ी ही मासूमियत के साथ कली के सारे मायने समझा दिए छोटे से गाँव में रहने वाली झवारी ने| बताती है मेरे पास २ बेटियां है वैसे तो सब प्यार दिखाते हैं पर दिल वाला प्यार नहीं, और तो और जब से हमें दो बेटियां हुई है मेरे लिए भी लगाव ख़तम सा हो गया है, न पति प्यार करता है और न ही सास| कहते हैं दो लालियाँ पैदा कर दी है| ये सब हमरे हाथ की बात तो नहीं ना दीदी| ये तो सब ऊपर वाले की कृपा है| न ठंग से खाने देते हैं और न ही पहनने को कपडे देते हैं, ऐसा लगता है मनो दीदी घर में सब चाहते हैं कि मेरी कली कैसे भी भगवान को प्यार हो जाये| कभी-कभी तो हमें भी घर से बाहर निकालने की बात करते हैं| वैसे तो हम घर से निकले हुए ही हैं, हमारा आदमी दूसरी लेके आ रहा है| इतना कह कर झवरी की आखों की किनखियों से पानी के दो मोती ज़मीन पे आ गिरे|

आपको पता है मैं क्यों अपनी बेटियों को घर नहीं छोडती? मैंने बोला नहीं, तुम ही बताओ| बोलती है घर के लोग पीछे से पानी अटका के मार देंगे मेरी नन्ही सी जान को| देखो न कितनी मासूमियत से हसती है| आँखों में मातृत्व का भाव लेकर कर अपनी बेटी को तीन मिनट कर निहारती रही और उसकी गतिविधियों को देख कर खुश होती रही|



तुम करती क्या हो झावारी और अगर तुम्हे घर से निकल दिया तो कैसे रहोगी, कभी सोचा है?
आँखों को थोडा छोटा करके दो मिनट सोचने के बाद बोली दीदी सोचा तो कभी नहीं पर इतना पता है अपनी बेटियों को यहाँ नहीं छोड़ेंगे, उनको पढ़ाएंगे-लिखाएंगे, अच्छा जीवन देंगे और शादी वो जब करना चाहेंगी तब कराएँगे| वैसे हम खेत का सारा काम कर लेते हैं तो कहीं मजदूरी करेंगे| सुना है शहर में बड़े लोग के घर काम वाली की ज़रूरत होती है हम वहां जाकर काम कर लेंगे| 
तुम दूसरी शादी करने का नहीं सोचोगी? आँखें चड़ा कर बोली आदमी जात का क्या भरोसा दीदी, दूसरे ने भी छोड़ दिया तो एक और बेटी होने पर| 



एक बात बोलें दीदी !! मैंने बोला! कहो तब से तुम ही तो हमें यहाँ बिठा कर रुला रही हो| थोडा हंसी और अपना एक हाथ मेरे पैर पर रख कर बोली आप एक औरत के दर्द को महसूस करती हो इसलिए रो रही हो, नहीं तो कौन किसे बैठ कर इतनी देर सुनता है, और आप को कितने दिन हुए हमेशा मिलने आती हो मेरी कली से, इसको आपकी आदत हो जाएगी|  मैंने बोला अब मुझे शर्मिंदा न करो बताओ क्या बोलने वाली थी| फिर थोडा हंसी और बोली ये दुनियां ऐसी है दीदी अगर लोगों के हाथ में लड़का-लड़की पैदा करना होता तो सिर्फ लड़के ही पैदा करते| कभी-कभी लगता है समाज में हम औरतों को इतनी कम इज्ज़त क्यों है| पर खैर कभी तो ये सब बदलेगा| इतना कह कर उठ खड़ी हुई और बोली बहुत बातें हुई दीदी अब काम पर लगते हैं| दूर खेत के बीच जाकर दुपट्टा बिछाया उसपर कली को बिठाया, फिर तल्लीनता के साथ काम में लग गयी| कभी- कभी बीच में नन्ही कली रोती तो उसे कुछ दिखा कर बहला देती और फिर काम में लग जाती|